श्लोक - १२५०
फिर न मिले यों तज दिया, उनको दिल में ठौर ।
देने से मैं खो रही, अभ्यन्तर छवि और ॥
Tamil Transliteration
Thunnaath Thurandhaarai Nenjaththu Utaiyemaa
Innum Izhaththum Kavin.
Section | काम- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 13 |
chapter | हृदय से कथन |