श्लोक - १२४१
रोग-शमन हित रे हृदय, जो यह हुआ असाध्य ।
क्या न कहोगे सोच कर, कोई औषध साध्य ॥
Tamil Transliteration
Ninaiththondru Sollaayo Nenje Enaiththondrum
Evvanoi Theerkkum Marundhu.
Section | काम- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 121 to 13 |
chapter | हृदय से कथन |