श्लोक - १२१०

श्लोक 1210
श्लोक #१२१०
बिछुड़ गये संबद्ध रह, जो मेरे प्रिय कांत ।
जब तक देख न लें नयन, डूब न, जय जय चांद ॥

Tamil Transliteration
Vitaaadhu Sendraaraik Kanninaal Kaanap
Pataaadhi Vaazhi Madhi.

Sectionकाम- कांड
Chapter Groupअध्याय 121 to 13
chapterस्मरण में एकान्तता- दःख