श्लोक - ११५०
निज वांछित अपवाद का, पुर कर रहा प्रचार ।
चाहूँ तो प्रिय नाथ भी, कर देंगे उपकार ॥
Tamil Transliteration
Thaamventin Nalkuvar Kaadhalar Yaamventum
Kelavai Etukkumiv Voor.
Section | काम- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 109 to 120 |
chapter | प्रवाद जताना |