श्लोक - १०५२
यचित चीज़ें यदि मिलें, बिना दिये दुख-द्वन्द ।
याचन करना मनुज को, देता है आनन्द ॥
Tamil Transliteration
Inpam Oruvarku Iraththal Irandhavai
Thunpam Uraaa Varin.
Section | अर्थ- कांड |
---|---|
Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | याचना |
यचित चीज़ें यदि मिलें, बिना दिये दुख-द्वन्द ।
याचन करना मनुज को, देता है आनन्द ॥
Tamil Transliteration
Inpam Oruvarku Iraththal Irandhavai
Thunpam Uraaa Varin.
Section | अर्थ- कांड |
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Chapter Group | अध्याय 101 to 108 |
chapter | याचना |