स्थान का बोध
Verses
कोई काम न कर शुरू, तथा न कर उपहास ।
जब तक रिपु को घेरने, स्थल की है नहिं आस ॥
Tamil Transliteration
Thotangarka Evvinaiyum Ellarka Mutrum
Itanganta Pinal Ladhu.
शत्रु-भाव से पुष्ट औ’, जो हों अति बलवान ।
उनको भी गढ़-रक्ष तो, बहु फल करे प्रदान ॥
Tamil Transliteration
Muranserndha Moimpi Navarkkum Aranserndhaam
Aakkam Palavun Tharum.
निर्बल भी बन कर सबल, पावें जय-सम्मान ।
यदि रिपु पर धावा करें, ख़ोज सुरक्षित स्थान ॥
Tamil Transliteration
Aatraarum Aatri Atupa Itanarindhu
Potraarkan Potrich Cheyin.
रिपु निज विजय विचार से, धो बैठेंगे हाथ ।
स्थान समझ यदि कार्य में, जुड़ते दृढ नरनाथ ॥
Tamil Transliteration
Enniyaar Ennam Izhappar Itanarindhu
Thunniyaar Thunnich Cheyin.
गहरे जल में मगर की, अन्यों पर हो जीत ।
जल से बाहर अन्य सब, पावें जय विपरीत ॥
Tamil Transliteration
Netumpunalul Vellum Mudhalai Atumpunalin
Neengin Adhanaip Pira.
भारी रथ दृढ चक्रयुत, चले न सागर पार ।
सागरगामी नाव भी, चले न भू पर तार ॥
Tamil Transliteration
Katalotaa Kaalval Netundher Katalotum
Naavaayum Otaa Nilaththu.
निर्भय के अतिरिक्त तो, चाहिये न सहकार ।
उचित जगह पर यदि करें, खूब सोच कर कार ॥
Tamil Transliteration
Anjaamai Allaal Thunaiventaa Enjaamai
Enni Itaththaal Seyin.
यदि पाता लघु-सैन्य-युत, आश्रय स्थल अनुकूल ।
उसपर चढ़ बहु-सैन्य युत, होगा नष्ट समूल ॥
Tamil Transliteration
Sirupataiyaan Sellitam Serin Urupataiyaan
Ookkam Azhindhu Vitum.
सदृढ़ दुर्ग साधन बड़ा, है नहिं रिपु के पास ।
फिर भी उसके क्षेत्र में, भिड़ना व्यर्थ प्रयास ॥
Tamil Transliteration
Sirainalanum Seerum Ilareninum Maandhar
Urainilaththotu Ottal Aridhu.
जिस निर्भय गजराज के, दन्तलग्न बरछैत ।
गीदड़ भी मारे उसे, जब दलदल में कैंद ॥
Tamil Transliteration
Kaalaazh Kalaril Nariyatum Kannanjaa
Velaal Mukaththa Kaliru.