उद्यमशोलता

Verses

श्लोक #६११
दुष्कर यह यों समझकर, होना नहीं निरास ।
जानो योग्य महानता, देगा सतत प्रयास ॥

Tamil Transliteration
Arumai Utaiththendru Asaavaamai Ventum
Perumai Muyarsi Tharum.

Explanations
श्लोक #६१२
ढीला पड़ना यत्न में, कर दो बिलकुल त्याग ।
त्यागेंगे जो यत्न को, उन्हें करे जग त्याग ॥

Tamil Transliteration
Vinaikkan Vinaiketal Ompal Vinaikkurai
Theerndhaarin Theerndhandru Ulaku.

Explanations
श्लोक #६१३
यत्नशीलता जो रही, उत्तम गुणस्वरूप ।
उसपर स्थित है श्रेष्ठता, परोपकार स्वरूप ॥

Tamil Transliteration
Thaalaanmai Ennum Thakaimaikkan Thangitre
Velaanmai Ennunj Cherukku.

Explanations
श्लोक #६१४
यों है उद्यमरहित का, करना परोपकार ।
कोई कायर व्यर्थ ज्यों, चला रहा तलवार ॥

Tamil Transliteration
Thaalaanmai Illaadhaan Velaanmai Petikai
Vaalaanmai Polak Ketum.

Explanations
श्लोक #६१५
जिसे न सुख की चाह है, कर्म-पूर्ति है चाह ।
स्तंभ बने वह थामता, मिटा बन्धुजन-आह ॥

Tamil Transliteration
Inpam Vizhaiyaan Vinaivizhaivaan Thankelir
Thunpam Thutaiththoondrum Thoon.

Explanations
श्लोक #६१६
बढ़ती धन-संपत्ति की, कर देता है यत्न ।
दारिद्रय को घुसेड़ कर, देता रहे अयत्न ॥

Tamil Transliteration
Muyarsi Thiruvinai Aakkum Muyatrinmai
Inmai Pukuththi Vitum.

Explanations
श्लोक #६१७
करती है आलस्य में, काली ज्येष्ठा वास ।
यत्नशील के यत्न में, कमला का है वास ॥

Tamil Transliteration
Matiyulaal Maamukati Enpa Matiyilaan
Thaalulaan Thaamaraiyi Naal.

Explanations
श्लोक #६१८
यदि विधि नहिं अनुकूल है, तो न किसी का दोष ।
खूब जान ज्ञातव्य को, यत्न न करना दोष ॥

Tamil Transliteration
Poriyinmai Yaarkkum Pazhiyandru Arivarindhu
Aalvinai Inmai Pazhi.

Explanations
श्लोक #६१९
यद्यपि मिले न दैववश, इच्छित फल जो भोग्य ।
श्रम देगा पारिश्रमिक, निज देह-श्रम-योग्य ॥

Tamil Transliteration
Theyvaththaan Aakaa Theninum Muyarsidhan
Meyvaruththak Kooli Tharum.

Explanations
श्लोक #६२०
विधि पर भी पाते विजय, जो हैं उद्यमशील ।
सतत यत्न करते हुए, बिना किये कुछ ढील ॥

Tamil Transliteration
Oozhaiyum Uppakkam Kaanpar Ulaivindrith
Thaazhaadhu Ugnatru Pavar.

Explanations
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